मोमिन की खूबसूरत गज़ल के बाद एक बार फिर मीना कुमारी की पुरखलिश शायरी की ओर रुख करते हैं। तनहाई और दर्द से दो-चार लोगों का वक्त किस तरह गुज़रता...

मोमिन की खूबसूरत गज़ल के बाद एक बार फिर मीना कुमारी की पुरखलिश शायरी की ओर रुख करते हैं। तनहाई और दर्द से दो-चार लोगों का वक्त किस तरह गुज़रता...
आज इस बज़्म में मैं १९वीं सदी के मशहूर शायर मोमिन खाँ ’मोमिन’ की एक गज़ल लेकर हाज़िर हुआ हूँ। मोमिन अपने ज़माने के उस्ताद शायरों में गिने जाते थ...
मीना कुमारी 'नाज़' नाम किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है. हिन्दुस्तान की इस हसीन अदाकारा ने अपनी बेमिसाल अदायगी के दम पर लोगों के दिल में...